छोटे परदे की शूटिंग छोड़कर बांदा पहुची स्मृति ईरानी किसी सीरियल की शूटिंग के लिए नहीं बल्कि बतौर नेता वोट जुटाने, यह नकली सेट बनाए बड़े परदे की फिल्म नहीं है यह हकीकत से रूबरू कराती आज की बांदा लाइव है. मीडिया के कैमेरो और राजनेताओ की भीड़ के बीच बांदा की पीड़ित लड़की की माँ का यह कहना की "हमे ये सब जेल से भी ज्यादा भयंकर लगता है" असल में पीपली लाइव के नत्था की याद दिला देता है जहाँ संवेदनहीनता के अलावा कुछ नहीं है, यही हाल बांदा में भी है जहाँ बलात्कार की पीड़ित को इंसाफ की जगह जेल मिलती है और मीडिया के कैमेरो की कैद और तमाम राजनेताओ की भीड़ में पीड़ित लड़की की डरी, सहमी हुई माँ को इन नेताओ की सही मायने में संवेदना तो नहीं मिलती दिखाई देती लेकिन देश की व्यवस्था की हार जरुर दिखाई देती है. सत्ताधारी दल के बलात्कारी विधायक का मीडिया के सामने बिना डरे मुस्कराना यह दर्शाता है की २१सदी का भारत सविधान की प्रस्तावना में तो मजबूत है लेकिन असल ज़िन्दगी में नहीं.
पीपली लाइव ने जो सामाजिक राजनीतिक विफलता प्रस्तुत की थी वो नई नहीं है, यह निरंतर चलने वाली प्रकिया बन कर रह गई है दरअसल यह हमारे समाज की तो विफलता है लेकिन नेताओ की सफलता , एक ऐसी संजीवनी जो उन्हें पीड़ित लड़की की माँ को झूठी सहानुभूति देकर सत्ता में जरुर पंहुचा देगी . चुनाव नजदीक है मुद्दों को भुनाने में ज्यादा समय नहीं लगता और इन भुनाए गए मुद्दों से यक़ीनन सत्ता की चाबी यही बेवकूफ जनता देगी इसी विश्वास से बांदा में पीड़ित लड़की के घर मौजूद सभी नेताओ ने डेरा तो डाल दिया लेकिन पीड़ित आज भी न्याय के सपने आखों में लिए खबरिया चेंनलो के कैमेरो पर इसलिए चिल्ला रही है क्योकि वो जानती है पीपली लाइव में अंत में नत्था को तो न्याय नहीं मिल पाया था शायद असल जिदंगी की इस बांदा लाइव में उसे न्याय मिल जाए.
अनुषा रिजवी ने नत्था को इस नेताओ के चुंगल से तो मुक्त कराने की कोशिश की थी लेकिन असल ज़िन्दगी की इस बांदा लाइव की पीड़ित को कौन न्याय दिलाएगा? यह टीआरपी की नशे में चूर किसी खबरिया चैनल की एक्सक्लूसिव स्टोरी नहीं बल्कि भारत के हर कोने में घटने वाली सच्ची कहानी है फर्क सिर्फ इतना है की राहुल गाँधी, स्मृति ईरानी जैसे नेताओ के किसी दलित के घर खाना खाने या झूठी संजीदगी दिखाने से कभी कभी ऐसी असल कहानी हमारे सामने आ जाती है.
7 टिप्पणियां:
good one bhai.... ab patrakar bante dikh rahe ho.
Like it.Minute outlook.Impressive.Keep it up.All the best.
very nice attempt. truly like it ..
true& thinkable article
kya baat hai bhai,bht badia...acha jaa rhe ho :)
All The Best Bhai :)
nice one rohit... bahoot ache likhte ho sache me
banda live... the stark realilty ... politics...
शुक्रिया दोस्तों
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